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Saturday, 5 July 2014

ताजमहल के मूल एवं वास्तु

ताजमहल के मूल एवं वास्तु

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
ताजमहल, भारत का चित्र
ताजमहल प्रस्तुत करता है मुगल वास्तुकला का सर्वाधिक परिष्कृत एवं उत्कृष्ट उदाहरण। इसका मूल स्थित है इस्लामी मुगल साम्राज्य के भारत के बडे़ भूभाग पर शासनकाल में संस्कृति एवं इतिहास की बदलती परिस्थितियों पर।
एक परेशान मुगल बादशाह शाहजहाँ ने बनवाया एक मकबरा, अपनी प्यारी पत्नी मुमताज महल की मृत्योपरांत। आज यह एक सर्वाधिक प्रसिद्ध, प्रशंसित एवं पहचानी जाने वाली इमारत है। जहाँ इसका श्वेत संगमर्मर गुम्बद वाला भाग, इस इमारत का मुख्य परिचित भाग है, वहीं इसकी पूर्ण इमारत समूह बाग, बगीचों सहित 22.44 हेक्टेयर[a] में विस्तृत है, एवं इसमें सम्मिलित हैं अन्य गौण मकबरे, जल आपूर्ति अवसंरचना एवं ताजगंज की छोटी बस्ती, साथ ही नदी के उत्तरी छोर पर माहताब बाग भी। इसका निर्माण आरंभ हुआ 1632 CE में , (1041 हिजरी अनुसार) , यमुना नदी के दक्षिणी किनारे पर, भारत के अग्रबाण, (अब आगरा नगर में), जो कि पूर्ण हुआ 1648 CE (1058 AH) में। इसके आकार की अभिकल्पना मुमताज महल के स्वर्ग में आवास की पार्थिव नकल एवं बादशाह के अधिप्रचार उपकरण के रूप में की गई।
असल में ताजमहल को किसने अभिकल्पित किया, यह भी भ्रमित है। हालांकि यह सिद्ध है, कि एक बडे़ वास्तुकारों एवं निर्माण विशेषज्ञों के समूह समेत बादशाह स्वयं भी सक्रिय रूप से इसमें शामिल था। उस्ताद अहमद लाहौरी को इसके श्रेय का सर्वाधिक उपयुक्त व्यक्ति विचार किया जाता है, एक प्रधान वास्तुकार के रूप में।[1] 

घटक
मीटर
गज
लम्बाई / चौड़ाई / व्यासचौड़ाई / गहराई / भुजाheightलम्बाई / चौड़ाई/ व्यासचौड़ाई / गहराई / भुजाऊंचाई
सम्पूर्ण इमारत स्थल896.1300.841112.5374
सम्पूर्ण संरक्षित स्थल561.2300.84696374
ताज गंज334.9300.84416.5374
जिलौखाना165.1-165.23123.51204153
महाद्वार41.23423.07514228.5
चारबाग296.31296.31368368
नदीमुखी छज्जा300111.898.7373138
मकबरा56.956.967.97707084
मीनारें5.6543.02753.5
मस्जिद56.623.3820.3702925-29
सभी माप हैं कोच, पृष्ठ 258-259, आभार रिचर्ड आन्द्रे ब credited to Richard André Barraud

मकबरा (रौज़ा-ए-मुनावरा)[संपादित करें]

ताज महल का केन्द्र बिंदु है, एक वर्गाकार नींव आधार पर बना श्वेत संगमर्मर का मकबरा। यह एक सममितीय इमारत है, जिसमें एक ईवान यानि अतीव विशाल वक्राकार (मेहराब रूपी) द्वार है। इस इमारत के ऊपर एक वृहत गुम्बद सुशोभित है। अधिकतर मुगल मकबरों जैसे, इसके मूल अवयव फारसी उद्गम से हैं।
आधार, गुम्बद एवं मीनारें

नदी की ओर छज्जा (चमेली फर्श)

आधार एवं छज्जा

जवाब एवं मस्जिद

जवाब का अंदरूनी भाग
मस्जिद


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